उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूल और कॉलेजों में ‘सड़क सुरक्षा शिक्षा’ को अनिवार्य कर दिया है। इसके अंतर्गत छात्रों को ट्रैफिक नियम, हेलमेट और सीटबेल्ट की आवश्यकता, पैदल चलने की सुरक्षा, और आपातकालीन स्थितियों में व्यवहार की जानकारी दी जाएगी। यह पाठ्यक्रम कक्षा 6 से शुरू होकर स्नातक स्तर तक शामिल किया गया है। सरकार को उम्मीद है कि इससे सड़क हादसों में कमी आएगी और युवा पीढ़ी में ट्रैफिक के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।